कोई भी कार खरीदने से पहले यही चाहता है कि उसको एक सुरक्षित गाड़ी प्राप्त हो जो कहीं टकरा भी जाए तो कार में बैठे लोगों को कोई समस्या न हो, इसके अलावा कई लोग सुरक्षा से जुड़े फीचर्स देखकर ही गाड़ी खरीदते हैं लेकिन जब सुरक्षा के मायने सामने आते हैं तो सबसे पहले एक ही चीज सामने आती है वो है गाड़ी की बिल्ड क्वॉलिटी, तो आइए आपको बताते हैं भारत में सबसे ज्यादा बिकने वाली गाड़ियां जिनमे Mahindra Scorpio N तथा मारुति की Suzuki, S-presso और Ignis भी शामिल है, ये गाड़ियां सुरक्षा के मामले में कैसी हैं।
आखिर कौन निर्णय करता है कि गाड़ी कितनी सुरक्षित है
अब सवाल यह आता है कि आखिर यह कौन निर्णय करता है कि कौन सी कार कितनी ज्यादा सुरक्षा के मामले में अव्वल है, इसके लिए कार टेस्टिंग कंपनी Global NCAP पहले से ही मौजूद है, जो गाड़ी के हर सुरक्षा से जुड़े टेस्ट को करती है जिसमे गाड़ी का क्रैश टेस्ट भी शामिल होता है तथा 5 स्टार में से रेटिंग दी जाती है।
जानिए Mahindra Scorpio N को Global NCAP ने दी कैसी रेटिंग
अगर हम Mahindra Scorpio N गाड़ी की बात करें नए सुरक्षा पैमाने से इसको Global NCAP ने टेस्ट किया और इसके एडल्ट ऑक्यूपेंट प्रोटेक्शन क्रैश टेस्ट के दौरान गाड़ी को पूरी 5 स्टार की रेटिंग दी गई।वहीं कार ने चाइल्ड ऑक्यूपमेंट प्रोटेक्शन के लिए 3 स्टार प्राप्त किए।
Mahindra Scorpio N SUV ने एडल्ट ऑक्यूपेंट प्रोटेक्शन टेस्ट के दौरान 34 में 29.25 अंक वहीं चाइल्ड ऑक्यूपमेंट प्रोटेक्शन टेस्ट के दौरान 49 में से 28.93 अंक प्राप्त किए। बॉडीशेल इंटीग्रिटी में भी इस गाड़ी को एक स्थिर रेटिंग मिली है। इस हिसाब से यह गाड़ी भारत की सबसे सुरक्षित गाड़ियों की लिस्ट में शामिल हो चुकी है।
टेस्ट के दौरान मारुति की तीनों ही गाड़ियों की हो गई टांय टांय फिस्स !
Global NCAP ने मारुति की तीनों ही ज्यादा बिक्री वाली गाड़ियों पर भी यही टेस्ट दोहराया लेकिन मारुति की Suzuki, S-presso और Ignis का भी इस टेस्ट में काफी खराब प्रदर्शन रहा है। इन तीनों ही गाड़ियों को चाइल्ड सेफ्टी के लिए केवल 1 स्टार की रेटिंग मिली है।
वहीं स्विफ्ट को चाइल्ड ऑक्यूपेंट प्रोटेक्शन के लिए 1 स्टार मिला वहीं S-presso और Ignis को इस मामले में एक भी स्टार नहीं मिला और 0 स्टार की रेटिंग मिल गई। बॉडीशेल में इन तीनों ही गाड़ियों को अस्थिर रेटिंग प्राप्त हुई है क्योंकि ये गाडियां आगे से भर झेलने में उतनी सक्षम नहीं पाई गई हैं।