भारत ही एकमात्र ऐसा देश है जो सबसे ज्यादा पेट्रोल -डीजल इंधनों को दूसरे देशों से आयात करता है, लगभग 85% ईंधन के मामले में भारत दूसरे देशों पर निर्भर है, इन दिनों पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों ने लोगों का हाल बेहाल कर रखा है, जहां अधिकतर राज्यों में एक लीटर पेट्रोल 100 रुपए के इर्द गिर्द मिल रहा है, वहीं सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने एक ऐसे ईंधन के बारे में बताया है जो महज किसी भी वाहन को महज 15 रुपए प्रति लीटर में चलाने के लिए सक्षम होगा, आइए जानते हैं इस ईंधन के बारे में।
अब इथेनॉल पर चलेंगे वाहन, बड़ा सस्ता होगा इससे सफर
नितिन गडकरी ने भाषण के दौरान बताया है कि बहुत जल्द TVS, Bajaj और Hero भी अपने ऐसे स्कूटर को मार्केट में लॉन्च करेंगे जो पूरी तरह से इथेनॉल पर चलेंगे, इसके अलावा Toyota कंपनी भी अगस्त के महीने में अपनी Camry नामक गाड़ी लॉन्च करेगी जो पूरी तरह से इथेनॉल पर चलेगी।
अब अगर आप कहें कि इससे किस प्रकार से सस्ता हो जायेगा सफर तो आपकी जानकारी के लिए बता दें जहां पेट्रोल की कीमत लगभग 100 रुपए है वहीं एक लीटर इथेनॉल आराम से 60 रूपये में मिल जाता है, जिसके बाद वो ईंधन के काम के अलावा 40% बिजली पैदा करने में भी इस्तेमाल किया जाता है, अगर इस एवरेज से देखें तो इथेनॉल मात्र 15 रुपए प्रति लीटर पड़ता है।
इथेनॉल की मौजूदा समय में पेट्रोल के अंदर भूमिका !
ऐसा नहीं है कि अभी इथेनॉल की बाकी इंधनों में कोई भूमिका नहीं है, आप जो नॉर्मल पेट्रोल, पेट्रोल पंप से खरीदते हैं उसमे लगभग 10% मात्रा इथेनॉल की होती है।
इसके अलावा BS6 फेस 2 मानदंडों के तहत अब जितने भी भारत में बाइक, स्कूटर या अन्य वाहन लॉन्च हो रहे हैं उन सभी में E20 डाला जाता है जिसमे पेट्रोल की मात्रा 80% ही रह जाती है और इथेनॉल की मात्रा 20% होती है, लेकिन अब सरकार ने एक कदम आगे रख लिया है और बहुत जल्द आपको देश में अधिकतर वाहन इथेनॉल से चलने वाले देखने को मिलेंगे।
जानिए कैसा बनता है इथेनॉल, देश के गन्ना किसानों की होगी बल्ले- बल्ले !
आपकी जानकारी के लिए बता दें इथेनॉल गन्ने से बनाता है, जी हां.. और इससे भारत के गन्ना किसानों को बहुत जल्द फायदा देखने को मिलेगा, क्योंकि अधिकतर गन्ने के उपयोग देश के वाहन के लिए होने के कारण गन्ने की खपत भी बढ़ेगी और सरकार द्वारा गन्ने पर बेहतर दाम भी मिलेगा। इससे भारत की भी दूसरे देशों से ईंधन आयात करने की निर्भरता कम होगी साथ ही आम आदमी के लिए भी कम ईंधन कीमतों के कारण वाहन को चलाना काफी आसान हो जाएगा, इसके अलावा देश के प्रदूषण स्तर में सुधार देखने को मिलेगा।