आपकी गाड़ी नई हो या पुरानी अगर आप भी अपनी गाड़ी से रोड ट्रिप पर निकलने का प्लान बना रहे हैं तो कुछ महत्वपूर्ण चीजों का आपको ध्यान रखना चाहिए, अगर आप इन सभी चीजों का ध्यान रखते हैं तो आप हमेशा ही रोड ट्रिप पर “सेफ ड्राइविंग” कर पाएंगे, आइए जानते हैं विस्तार से वो सभी बातें जिनका आपको सुरक्षा की दृष्टि से गाड़ी चलाने से पहले या गाड़ी चलाते समय ध्यान रखना चाहिए।
गाड़ी से किसी भी रोड ट्रिप पर जाने से एक दिन पहले ही चेक करें ये चीज
अगर आप अगले कुछ दिनों में गाड़ी से किसी लंबी रोड ट्रिप पर जाने का प्लान बना रहे हैं तो सबसे पहले आपको कुछ चीजों को पहले ही देख लेना चाहिए, सबसे पहले आपको अपनी गाड़ी के टायर प्रेशर को चेक कर लेना चाहिए उसके बाद गाड़ी के सभी फ्ल्यूड लेवल को भी चेक कर लेना चाहिए जिसमे ऑयल, कूलेंट, ब्रेक फ्ल्यूड और विंड शील्ड वॉशर फ्ल्यूड शामिल हैं। अगर आपकी गाड़ी में इसमें से किसी भी फ्ल्यूड की मात्रा कम रहती है तो इंजन प्रोब्लम, ब्रेक प्रोब्लम तथा विंडशील्ड पर साफ़ न दिखने की समस्या आ सकती है।
गाड़ी में सभी का सीट बेल्ट लगाना है जरूरी
सेफ ड्राइविंग की बात की जाए और सीट बेल्ट की बात न हो, भला ये कैसे हो सकता है। गाड़ी में बच्चा हो, बूढ़ा हो या हो जवान सीट बेल्ट हर व्यक्ति को लगाना चाहिए, कई रीयर सीट पर बैठे लोग “पास ही तो जाना है” की हिदायत देते हैं और सीट बेल्ट नहीं लगाते हैं लेकिन यह पूरी तरह से असुरक्षित यदि आप गाड़ी ड्राइव कर रहे हैं तो आपको अपनी जिम्मेदारी से सबको सीट बेल्ट लगाने के लिए प्रेरित करना चाहिए।
ट्रैफिक सिग्नल आने पर जेबरा क्रॉसिंग पर न रोकें गाड़ी
कई लोग ट्रैफिक सिग्नल के लाल हो जाने पर जल्दीबाजी में जेबरा क्रॉसिंग तक गाड़ी को ले जाते हैं जिस कारण से पदयात्रियों को आने-जाने में दिक्कत होती है, आपकी जानकारी के लिए बता दें जेबरा क्रॉसिंग पर रेड लाइट के समय केवल पदयात्रियों का अधिकार होता है फिर उस समय रोड पर कोई पद यात्री हो या नहीं, उससे फर्क नहीं पड़ता है, ऐसी स्थिति में आप जेबरा क्रॉसिंग पर गाड़ी चढ़ाते हैं तो आपको चालान भी भरना पड़ सकता है।
हाई स्पीड में गाड़ी चलाने से जल्दी पूरा होता है सफर, इस बात में कितनी है सच्चाई
कई लोगों को भ्रम रहता है कि ज्यादा तेज स्पीड में गाड़ी को चलाने से काफी समय बच जाता है, लेकिन आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यह केवल एक भ्रम मात्र है, इससे आपकी अराइवल समय में ज्यादा बड़ा अंतर देखने को नहीं मिलता है तथा चाहे कोई कितना भी कुशल ड्राइवर क्यों न हो तेज स्पीड में गाड़ी चलाने से दुर्घटना किसी के साथ भी हो सकती है। इसलिए हमको हमेशा एक निर्धारित कांस्टेंट गति से ही गाड़ी को रोड ट्रिप पर चलाना चाहिए।
सेफ्टी रेटिंग में गाड़ी है अव्वल, इसका मतलब यह नहीं कि एक्सीडेंट नहीं हो सकता
कई लोग गाड़ी को रोड ट्रिप पर अंधाधुंध बिना ज्यादा फिक्र के केवल इस भ्रम में चलाते हैं कि सेफ्टी रेटिंग में उनकी गाड़ी काफी अच्छी है, लेकिन ऐसा सोचना बिलकुल गलत है क्योंकि गाड़ी का एक्सीडेंट अच्छी सेफ्टी रेटिंग के बाद भी हो सकता है और आपको भारी चोट आ सकती है, क्योंकि गाड़ी की सेफ्टी रेटिंग से अधिक महत्वपूर्ण आपके ड्राइविंग करने का तरीका होता है।
गाड़ी चलाते समय फोन चलाना दिखाता है आपकी बेवकूफी, कभी भी हो सकती है दुर्घटना
“नजर हटी और दुर्घटना घटी” – यह कहावत तो आपने सुनी ही होगी, ड्राइविंग के समय फोन चलाने वालों के ऊपर यह बिलकुल फिट बैठती है, अगर आप गाड़ी में ड्राइविंग के समय मात्र कुछ समय के लिए अपने फोन में आया हुआ मैसेज देख रहे हैं तो भी यह बिलकुल असुरक्षित है, यदि आपके फोन में कुछ अधिक महत्व का है या कोई जरूरी काल है तो आपको गाड़ी को साइड में पार्क करने के बाद ही उसे देखना चाहिए।
बिना बात के गाड़ी में हॉर्न बजाना नहीं है सेफ ड्राइविंग का हिस्सा, दूसरों को होती है समस्या
कई लोग गाड़ी चलाते समय बिना वजह ही हॉर्न बजाते हैं जिससे दूसरी गाड़ी में चल रहे ड्राइवर को परेशानी होती है और सड़क पर ध्यान केंद्रित करने में समस्या होती है, कई बार ऐसा करने से बेवजह ही एक्सीडेंट और लड़ाइयां भी हो जाती हैं।
निकलने हो लंबी ट्रिप पर तो शोर्ट ब्रेक लेना है बहुत जरूरी
अगर आप भी गाड़ी से किसी लंबी रोड ट्रिप पर निकले हैं तो बीच में शॉर्ट ब्रेक लेना बिलकुल न भूलें, ऐसा करने से आप पहले से बेहतर फ्रेश फील करते हैं, एनर्जेटिक होते हैं और आपको पहले आ रही नींद, थकान और उबासी भी चली जाती है।
सड़क पर गाड़ी को डिस्को और पब न बनाएं, हो सकती है बड़ी समस्या
कई लोग सड़क पर गाड़ी चलाते समय गाड़ी के अंदर तेज म्यूजिक बजा लेते हैं और धूम्रपान का भी सेवन करते हैं, ऐसा करने से न केवल आपको ही बल्की दूसरों को भी खतरा होता है, ये सभी चीजें सड़क पर सेफ ड्राइविंग करने में बाधा बनती हैं। आप यदि ऐसी स्थिति में गाड़ी चलाते हैं तो कई इमरजेंसी वाहन जैसे एंबुलेंस और फायर ब्रिगेड को भी रास्ता नहीं दे पाते है। जिससे बड़ी समस्या हो सकती है।
हजार्ड लाइट्स का करें सही समय पर उपगोय
कई लोग टनल या अंडरपास में भी गाड़ी ले जाने पर अपनी गाड़ी की हजार्ड लाइट्स को ऑन कार लेते हैं जो बिलकुल गलत तरीका है और उनको हजार्ड लाइट्स को उपयोग करने का सही तरीका ही नहीं पता होता है, आपकी जानकारी के लिए बता दें यदि आप ज्यादा ट्रैफिक में कुछ कारणवश काफी स्लो स्पीड में गाड़ी चला रहे हैं, इमरजेंसी के कारण आपको गाड़ी सड़क किनारे रोकनी पड़ रही है या कोई अन्य इमरजेंसी स्थिति है जिससे आप सड़क पर चल रहे दूसरे ड्राइवर को सचेत करना चाहते हैं, ऐसी स्थितियों में ही आपको अपनी गाड़ी की हजार्ड लाइट्स को ऑन करना चाहिए।