भारत के अंदर इन कार मोडिफिकेशन की इजाजत खुद सरकार देती है, ये है पूरी लिस्ट

भारत के अंदर कार मोडिफिकेशन को लेकर बहुत ज्यादा कन्फ्यूजन है इस बात को आप इतने से ही समझ सकते हैं कि जहां भारत के कुछ राज्यों में बिलकुल काले शीशे की गाड़ियां देखने को नहीं मिलती हैं तो वहीं कुछ राज्यों में काले शीशे के साथ अन्य भी मोडिफिकेशन वाली गाड़ियों को भरमार देखने को मिल जाती है, तब आपके भी मन में कभी न कभी कार के मोडिफिकेशन को लेकर यह सवाल जरूर आया होगा कि आखिर वो कौन से मोडिफिकेशन हैं जिनको हम अपनी कार में बिना किसी भय के करा सकते हैं, आज हम आपको इन्हीं कार मोडिफिकेशन की पूरी एक लिस्ट बताने जा रहे हैं।

भारत के अंदर इन कार मोडिफिकेशन की इजाजत खुद सरकार देती है, ये है पूरी लिस्ट

हमारी इस लिस्ट में सबसे पहला मोडिफिकेशन कार के टायर का मोडिफिकेशन आता है, आम तौर पर जब आपके कार के टायर खराब या पुराने हो जाते हैं तब आप इसको कंपनी के निर्देशानुसार बदलवा सकते हैं लेकिन जब बात आती है इसमें बदलाव करने की और इसकी चौड़ाई बढ़ाने की तब आपको कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना होता है जैसे टायर की चौड़ाई पहले से ज्यादा हो तो साइडवॉल की हाइट कम करनी पड़ती है।

दूसरी बड़ी कन्फ्यूजन लोगों को गाड़ी के रंग परिवर्तन करने में आती है, आपकी जानकारी के लिए बता दें गाड़ी का रंग आप आसानी से RTO की स्वीकृति लेकर बदलवा सकते हैं और गाड़ी की RC पर भी इस कलर चेंज को आपको अंकित कराना होता है।

आपको पहले से ही सचेत करने के लिए यह भी बताते चलें कि आप गाड़ी का कोई भी रंग बदलवा सकते हैं लेकिन Olive Green रंग का इसे नहीं करवा सकते हैं क्योंकि यह हमारे देश की मिलिट्री का रंग है जिस पर केवल उनका ही अधिकार है।

जब रंग बदलावने की बात आ ही गई है तो बात कर लेते हैं Vinyl Wrap की, आजकल इसका मार्केट में नया ट्रेंड चल रहा है जहां लोग नई गाड़ियों पर भी विभिन्न रंगों की Vinyl रैपिंग करा रहे हैं जिसमे लगभग 10 हजार रुपए से लेकर 1 लाख रुपए तक लग जा रहे हैं, आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यह भी पूरी तरह से लीगल है जिसको आप RTO की परमिशन लेकर करवा सकते हैं और यदि आप अपनी गाड़ी के रंग की ही रैपिंग करवाते हैं तो RTO की स्वीकृति लेने की भी कोई आवश्यकता नहीं है।

अब बात कर लेते हैं सस्पेंशन अपग्रेड की, आपकी जानकारी के लिए बता दें आप अपने गाड़ी के सस्पेंशन को लीगली अपग्रेड करा सकते हैं अपनी ड्राइव क्वालिटी को पहले से बेहतर बनाने के लिए, लेकिन सस्पेंशन अपग्रेड कराते समय आपको केवल इस बात का ध्यान देना होता है कि आपकी गाड़ी की ऊंचाई पहले से बहुत ज्यादा ऊपर तथा नीचे न हो।

अकसर आपने भी काली शीशे वाली गाड़ियों को देखा होगा, फिर आपके मन में यह ख्याल अवश्य आया होगा कि काले शीशे वाली गाड़ियां तो गैर कानूनी हैं फिर सामने वाला व्यक्ति गाड़ी के शीशे काले करके कैसे चला रहा है, आपकी जानकारी के लिए बता दें अगर आप अपनी गाड़ी के शीशे काले कराते हैं और उसके फ्रंट और रियर ग्लास की दृश्यता (Visibility) कम से कम 70% तथा विंडो ग्लास की दृश्यता 50% रहती है तो वो भारत में पूरी तरह से लीगल है और जैसे ही यह बताए हुए आंकड़ों से 1 भी फीसदी कम होती है तब यह गैरकानूनी मोडिफिकेशन माना जाता है।