आपकी बाइक के सुचारू और सुरक्षित रूप से चलते रहने के लिए मोटरसाइकिल सर्विसिंग बेहद जरूरी होती है, बिलकुल किसी अन्य वाहन की तरह बाइक को भी निरंतर मेंटिनेंस की जरूरत होती है जिससे बाइक के सभी पुर्जे बढ़िया से काम करते रहें, अगर आप अपनी बाइक की सर्विसिंग समय पर नहीं कराते हैं तो परिणाम स्वरूप आपके बाइक में काफी ज्यादा रिपेयरिंग का खर्च आ सकता है, आइए जानते हैं बाइक सर्विसिंग से जुड़ी हुई कुछ जरूरी बातें जो आपको जान लेनी चाहिए।
जानिए नई बाइक की सर्विसिंग कब करानी चाहिए
किसी भी नई बाइक की सर्विसिंग कब करानी चाहिए, इस बात की जानकारी आपको बाइक मैनुअल में मिल जाती है, आपको अपने बाइक निर्माता के सुझाव के अनुसार ही बाइक की सर्विसिंग करानी चाहिए, इसके अलावा अधिकतर नई बाइक की पहली सर्विसिंग 1000 KM या 30 दिनों के बाद होती है।
ऐसे में कई लोग सोचते हैं कि अभी तो उनकी बाइक काफी कम चली है तो इतने समय में सर्विसिंग कराना ठीक नहीं होगा, लेकिन यह बिलकुल गलत है क्योंकि ऐसा करने से आपके सर्विसिंग की ड्यूरेशन बढ़ती है, फ्री सर्विसिंग ऑफर भी खत्म हो जाता है और आपकी बाइक में यदि आगे कोई समस्या आती है तो सर्विसिंग सेंटर वाले भी वो आपके प्रॉपर सर्विसिंग न कराने के कारण आप पर थोप देते हैं।
सर्विसिंग के दौरान इन चीजों को भी चेक कराना होता है जरूरी !
बाइक की सर्विसिंग के दौरान ऑयल और फिल्टर के सही न होने की स्थिति में इसे अवश्य बदलवा लेना चाहिए क्योंकि ऑयल इंजन को लुब्रिकेट करता है जिससे इंजन स्मूथली चलता है वहीं फिल्टर का काम ऑयल से गंदगी को साफ करना होता है, जो इंजन को साफ रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
इसके अलावा आपको एयर फिल्टर को भी चेक करा लेना चाहिए, क्योंकि एयर फिल्टर गंदा हो जाता है तो इंजन में बढ़िया से फिल्टर एयरफ्लो नहीं जा पाती है, ऐसा होने से इंजन की परफॉर्मेंस पर गहरा असर पड़ता है, इसलिए और फिल्टर के खराब या गंदा होने की स्थिति में इसे अवश्य बदलवा लेना चाहिए।
अगर आपके बाइक से बीते कुछ समय से खराब परफॉर्मेंस मिल रही है तो इसका कारण स्पार्क प्लग भी हो सकता है, क्योंकि स्पार्क प्लग ही आपके इंजन के अंदर फ्यूल को इग्नाइट करने का काम करता है और जब यह सही से काम करना बंद कर देता है तो फ्यूल की वेस्टेज, इंजन परफॉर्मेस सब खराब हो जाता है। अगर आपकी बाइक का स्पार्क प्लग पुराना या डैमेज है तो उसे अवश्य बदलवा लेना चाहिए।
आपको सर्विस सेंटर पर टायर प्रेशर और टायर की स्थिति का भी जायजा ले लेना चाहिए, क्योंकि यह किसी भी बाइक में एक महत्पूर्ण सुरक्षा और परफॉर्मेंस का विषय होते हैं, इसके अलावा आपको अपने बाइक के टायर में कितने PSI तक हवा रखनी उचित है यह भी जानकारी जुटा लेनी चाहिए।
जब आपकी बाइक थोड़ी पुरानी हो जाती है तो 2 वर्ष में या 40,000 KM पर एक बार आपको ब्रेक फ्ल्यूड को भी फ्लश करवा लेना चाहिए, क्योंकि समय के साथ इसमें पानी एकत्रित हो जाता है जिससे फ्ल्यूड की एफिशिएंसी कम ही जाती है। साथ ही अगर आपकी बाइक बेल्ट ड्राइव है तो इसके भी टूटने या कटने की जांच आपको करानी चाहिए क्योंकि यदि बेल्ट बढ़िया से काम नहीं करती है तो इससे इंजन की पावर की वेस्टेज होती है और आपको बाइक से कम माइलेज देखने को मिलता है।