Ola S1 Pro Gen 1 और Ola S1 Pro Gen 2 में कौन है बेहतर ! ख़रीदते वक़्त न करें गलती, वरना पछताओगे

By Divy Auto Desk

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हाल ही दिनों में ओला इलेक्ट्रिक कंपनी ने एक इवेंट किया था जिसमें कि उन्होंने ओला s1 प्रो के जेनरेशन 2 को लांच किया था यानी कि ओला s1 प्रो के पहले जितने स्कूटर थे वह जेनरेशन वन के प्लेटफार्म पर आते थे लेकिन अब ओला s1 प्रो के स्कूटर जेनरेशन 2 पर आएंगे तो आज हम जानेंगे कि आखिर इन दोनों में से कौन सा आपके लिए बढ़िया रहेगा और आखिर जेनरेशन 1 और जेनरेशन 2 वाले स्कूटर में कितना डिफरेंस है।

आखिर कीमत में कितना अंतर जेनरेशन 1 और जेनरेशन 2 में

ओला s1 प्रो जेनरेशन 1 की कीमत ₹1,39,000 है शोरूम दिल्ली में वहीं दूसरी ओर ओला s1 प्रो जेनरेशन 2 की कीमत ₹1,47,499 है शोरूम कीमत दिल्ली में तो दोनों की कीमत में 8,499 तक का अंतर है। लेकिन अगर आप ओला s1 प्रो जनरेशन 1 को अभी बुक करते हो तो उसकी डिलीवरी 7 दिनों में मिल जाएगी वहीं दूसरी और ओला s1 प्रो जेनरेशन 2 की डिलीवरी मिलने में आपको दो महीने तक का भी समय लग सकता है।

आखिर रेंज में कितना अंतर है जेनरेशन 1 और जेनरेशन 2 में

ओला s1 प्रो जेनरेशन 1 का वजन 121 किलो था और ओला s1 प्रो जेनरेशन 2 का वजन 116 किलो होगा तो वजन कम होने की वजह से इसके रेंज पर भी फर्क पड़ेगा इसीलिए ओला s1 प्रो जेनरेशन का सर्टिफाइड रेंज 181 किलोमीटर है और ओला s1 प्रो जेनरेशन 2 का 195 किलोमीटर। यानी की रेंज के मामले में ओला s1 प्रो जनरेशन 2, 14 किलोमीटर आगे है।

लेकिन कंपनी जितना रेंज क्लेम करती है उतना नहीं मिलता है फिर भी आपको फर्स्ट जेनरेशन स्कूटर में 150 किलोमीटर तक का रेंज मिल जाएगा और सेकंड जेनरेशन स्कूटर में आपको 165 किलोमीटर तक रेंज मिल जाएगा.

जनरेशन 1 और जेनरेशन 2 की टॉप स्पीड कितनी है

जनरेशन 1 की टॉप स्पीड 116 किलोमीटर प्रति घंटा है और जेनरेशन 2 की टॉप स्पीड 120 किलोमीटर प्रति घंटा है 0 से लेकर 40 किलोमीटर तक जाने में जेनरेशन 2.9 सेकंड का वक्त लेती है वही जनरेशन 2.6 सेकंड का वक्त लेती है इन दोनों ही मामले में आपको कोई खास ज्यादा डिफरेंस नहीं देखने को मिल रहा है.

जनरेशन 1 और जेनरेशन 2 को चार्ज करने का समय

जनरेशन 1 और जेनरेशन 2 के दोनों स्कूटर को आप घर पर चार्ज कर सकते हो और इन दोनों को 100% तक चार्ज करने में 6.5 घंटे का वक्त लगता है और दोनों की ही बैटरी 4 किलोवाट की है

जेनरेशन 1 और जेनरेशन 2 के स्क्रीन रेजोल्यूशन में अंतर

जनरेशन 1 वाले स्कूटर में आपको स्क्रीन रेजोल्यूशन ज्यादा अच्छा देखने को मिलेगा क्योंकि जनरेशन 1 के स्कूटर में इसकी स्क्रीन रेजोल्यूशन 1280*768 था वही जनरेशन 2 में 800*480 है.

जनरेशन 1 और जेनरेशन 2 के डिजाइन में और सेफ़्टी के मामले में अंतर

जनरेशन 1 वाले स्कूटर में आपको सिंगल सस्पेंशन देखने को मिलता था लेकिन जेनरेशन 2 में आपको ‌ ट्विन टेलीस्कोप सस्पेंशन फ्रंट में देखने को मिलेगा को ओला s1 air में भी देखने को मिलता है।

जनरेशन 1 स्कूटर में फुट रेस्ट की जगह पर एक हंप देखने को मिलता था जो की सामान लाने में दिक्कत करता था लेकिन अब से आपको फ्लैट फुट रेस्ट देखने को मिलेगा जो कि आपका सामान लाने की दिक्कत को घटा देगा।

जनरेशन 2 स्कूटर में अब आपके पीछे की तरफ ग्रैब हैंडल भी देखने को मिलेगा जो कि पीछे वाली व्यक्ति के लिए सेफ्टी के मामले में ज्यादा बेहतर रहेगा।

सेफ्टी के मामले में देखा जाए तो वायरिंग हार्नेस की प्रॉब्लम को पहले बहुत सुना जाता था लेकिन जेनरेशन तू के स्कूटर में आपको वायरिंग हार्नेस की प्रॉब्लम भी देखने को नहीं मिलेगी।

जनरेशन 1 स्कूटर को काफी बार बीच रास्ते में बंद होता हुआ भी देखा गया है लेकिन जेनरेशन 2 के स्कूटर में भी इसके ऊपर काम किया गया है।

अगर कहीं आपको हाल ही में बहुत जल्द स्कूटर लेना है तो आप जेनरेशन वन की तरफ जा सकते हो लेकिन अगर कहीं आप 2 महीने तक का इंतजार कर सकते हो को रेंज के साथ स्पीड की बढ़ोतरी डिजाइन भी आपको अच्छा मिलेगा और फीचर्स और सेफ्टी के मामले में भी यह आपके लिए बेहतर रहेगा और कीमत कोई ज्यादा भी नहीं है इसलिए आप जेनरेशन 2 की तरफ जा सकते हो अगर आपके पास समय हो तो।