फास्टटैग जो एक इलेक्ट्रोनी टोल कलेक्शन सिस्टम है बीते कुछ वर्षों में भारत में काफी पॉपुलर हुआ है, अब आपको हाईवे पर टोल पे करने के लिए कहीं भी गाड़ी रोकने की आवश्यकता नहीं होती है, आपके गाड़ी में लगे फास्टटैग के जरिए आपके वॉलेट या अकाउंट से पैसे अपने आप कट जाते हैं, जिससे बूथ पर भीड़ भी नहीं लगती है और लोगों को बिना कहीं रुके गाड़ी चलाने का अवसर मिलता है।
जिस प्रकार हर एक सिक्के के दो पहलू होते हैं उसी प्रकार बीते कुछ समय से फास्टटैग के जरिए भी कुछ गैरकानूनी काम हो रहे हैं, जिनसे आपको सतर्क हो जाना चाहिए। आइए जानते हैं फास्टटैग से होने वाले गैर कानूनी कार्यों के बारे में साथ ही उनसे कैसे बचा जाए।
आपके खाते से हो सकते हैं पैसे गायब
अब चोरों की नजर आपके खाते पर नहीं बल्कि आपके फास्टटैग स्टीकर पर भी है, बीते कुछ महीनों में भारत के विभिन्न राज्यों से ऐसी कई घटनाएं सामने आईं हैं जहां लोगों का सबसे पहले फास्टटैग गाड़ी से गायब हो गया है उसके बाद अकाउंट से धड़ल्ले से पैसे कटने शुरू हो गए हैं, दरअसल कई लोग आपका फास्टटैग चुरा कर अपनी गाड़ियों में भी लगा रहे हैं जिस कारण से गाड़ी चला रहे हैं वो अपनी और टोल की राशि आपके खाते से काट रही है, ऐसे में टोलकर्मियों की सतर्कता के कारण कई मामले पकड़े भी गए हैं लेकिन फिर भी फास्टटैग के जरिए होने वाला यह गैरकानूनी काम थमने का नाम नहीं ले रहा है।
अपराधी कर रहे हैं पुलिस को इस प्रकार से गुमराह
वहीं कई अपराधी गतिविधियों में भी ऐसा पाया गया है कि अपराधी दूसरे की गाड़ी का फास्टटैग निकालकर दूसरी गाड़ी में लगाकर भी पुलिस को गुमराह करने के लिए फरार हो जाते हैं। ऐसे में टोल राशि आपके खाते से कटने के कारण और आपकी गाड़ी होने के कारण पुलिस आपको भी संज्ञान में लेती है और आप व्यर्थ में ही बिना बात किसी बड़े केस में इंवॉल्व मान लिए जा सकते हैं, इसलिए आपको अपने गाड़ी के फास्टैग को हमेशा सुरक्षित रखने का प्रयास करना चाहिए।
फास्टटैग हो गाड़ी से गायब तो तुरंत करें ये काम
अगर आपकी गाड़ी से भी फास्टटैग गायब हो जाता है तो इसे आपको एक मामूली घटना समझकर नजर अंदाज नहीं करना चाहिए उर तुरंत ऐप के जरिए अपने उस फास्टटैग को डिसेबल कर देना चाहिए, जिससे आपके अकाउंट से पैसे न कटें, इसके आलावा आपको अपने फास्टटैग इसुअर को भी इसकी जानकारी फास्टटैग टोल फ्री नंबर के जरिए देनी चाहिए, वहीं आपकी गाड़ी का शीशा टूटकर फास्टटैग गायब हुआ है तो यह मामला और गंभीर हो सकता है, इसलिए इसकी नजदीकी थाने में पुलिस को जानकारी भी दे देनी चाहिए।