इस तरह मिलता है सेकंड हैंड गाड़ी के लिए लोन, जानिए क्या करना होता है !
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अगर आपने पैसे बचाने के लिए सेकंड हैंड गाड़ी खरीदने का ऑप्शन चुना है और आपका बजट अभी भी कम है तो ऐसे में आपको लोन का सहारा लेना पड़ता है। कई लोगों को लगता है कि केवल नई गाड़ी के खरीद पर ही लोन मिलता है लेकिन ऐसा नहीं है सेकंड हैंड गाड़ी पर भी लोन कुछ भारतीय बैंक और फाइनेंस सर्विसेज द्वारा मुहैया कराया जाता है, आइए जानते हैं सेकंड हैंड गाड़ी पर लोन लेते समय किन चीजों को चेक करना चाहिए तथा यह लोन किस प्रकार मिलता है।
सेकंड हैंड गाड़ी के लिए लोन लेने से पहले इन चीजों को अवश्य करें चेक
सबसे पहले आपको अपने क्रेडिट स्कोर की हिस्ट्री चेक कर लेनी चाहिए यदि आपने पहले कभी लोन लिया है तो, क्योंकि भारत में कोई भी फाइनेंशियल लेंडर या बैंक आपको सेकंड हैंड गाड़ी के लिए लोन देने से पहले आपके क्रेडिट स्कोर को अवश्य देखेगा और इसी के बेस पर निर्णय लेगा कि आपको लोन देना चाहिए या नहीं।
इसके अलावा यदि आपके पास एक निरंतर मासिक वेतन आ रहा है तब यह एक प्लस पॉइंट होगा क्योंकि को भी फाइनेंशियल लेंडर इस बात की भी जानकारी जुटाना चाहेगा कि आपको मिलने वाली मासिक सैलरी से आप लोन की मंथली EMI भर पाएंगे या नहीं।
साथ ही लेंडर या बैंक कार की वैल्यू भी कंसीडर कर सकते हैं कि गाड़ी की वास्तविक वैल्यू क्या है, कई फाइनेंशियल सर्विसेज तो 3 वर्ष से पुरानी गाड़ियों के लिए लोन भी मुहैया नहीं कराते हैं, इसलिए आपको इस बार का भी विशेष ध्यान रखना चाहिए।
आपको जो भी लोन मिलेगा वो आपके क्रेडिट स्कोर, कार वैल्यू और आय के आधार पर मिलेगा, इसलिए आपको इन सभी चीजों को बेहतर रखने का प्रयास रखना चाहिए और यह भी जान लेना चाहिए कि केवल भारत में एक ही दो लेंडर हैं जो 100% लोन को देंगे बाकी गाड़ी के वैल्यू के 80% को ही देते हैं।
इन सभी चीजों के अलावा आपको अपना लोन का रिपेमेंट पीरियड भी चेक कर लेना चाहिए, यह जितना ज्यादा बड़ा होगा उतना ही आपको कम मंथली EMI के रूप में देना होगा लेकिन आपको उतना ही ज्यादा ब्याज भी भरना पड़ेगा।
सेकंड हैंड गाड़ी के लोन के लिए करना होगा ये काम !
अगर आप भी सेकंड हैंड गाड़ी के लिए लोन लेना चाहते हैं तो सबसे पहले इसके लिए आपको बैंक से संपर्क करना होगा और लोन के फॉर्म को भरना होगा, इस प्रोसेस को आप ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनो माध्यमों से कर सकते हैं। साथ ही आपको कितना ब्याज देना होगा, टाइम पीरियड क्या होगा, प्रोसेसिंग फीस इत्यादि के बारे में भी जानकारी लेनी होगी।
जब एक बार आप यह सभी जानकारी जुटा लेते हैं तो आपको कुछ दस्तावेज एकत्रित करने की आवश्यकता होगी जिसमे पैन कार्ड, आधार कार्ड, पासपोर्ट साइज फोटो , ड्राइविंग लाइसेंस, इलेक्ट्रिसिटी बिल के साथ आपकी लेटेस्ट 3 महीने तक की सैलरी स्लिप, फॉर्म 16 या इनकम टैक्स रिटर्न के दस्तावेजों की भी आवश्यकता पड़ सकती है। इन सभी चीजों के साथ जब आप एक बार फॉर्म भर देते हैं और वो अप्रूव हो जाता है तो आपको सेकंड हैंड गाड़ी के लिए लोन मिल जाता है।