ये है भारत में इलेक्ट्रिक ऑटो रिक्शा का काला सच, जिसके बारे में आपको कोई नहीं बताएगा !

By Divy Auto Desk

Published on:

भारत में इलेक्ट्रिक वाहन काफी तेज गति से लॉन्च हो रहे हैं , हर बड़ी कंपनी अपना रुख समय को देखते हुए इलेक्ट्रिक वाहन की ओर मोड़ रही है और हर सेगमेंट को इलेक्ट्रीफाई करने की क्रांति जारी है, इसी कड़ी में एक सेगमेंट इलेक्ट्रिक ऑटो रिक्शा का भी है, लेकिन यह अभी भारत में उतना कारगर नहीं है क्योंकि जो सोच कर आप इलेक्ट्रिक ऑटो रिक्शा को लेते हैं आपकी वो जरूरतें इससे पूरी हो ही नहीं पाती हैं, आज के इस लेख में हम आप को इलेक्ट्रिक ऑटो रिक्शा से जुड़े हुए ही ऐसे काले सच को बताने जा रहे हैं जो आपको शायद कोई इलेक्ट्रिक ऑटो रिक्शा बेचने वाली कंपनी कभी नहीं बताती है।

इलेक्ट्रिक ऑटो रिक्शा में कभी नहीं मिलेगी कंपनी द्वारा बताई हुई रेंज

आम तौर पर इंसान इलेक्ट्रिक ऑटो रिक्शा के मूलतः दो ही तीन कारणों से लेता है जिसमे सवारी बैठाना, व्यापार के लिए तथा कार्गो इलेक्ट्रिक ऑटो रिक्शा शामिल है। लगभग सभी लोगों का उद्देश्य यही होता है कि इलेक्ट्रिक ऑटो रिक्शा से अच्छी रेंज देखने को मिले, अब यही वो आपकी भावना होती है जिससे कंपनियां अपना बिजनेस चलाती हैं।

कंपनियां अक्सर आपको इलेक्ट्रिक ऑटो रिक्शा बेचते समय आकर्षक रेंज को दिखाती हैं जिससे आपका मन लुभा जाए लेकिन वास्तव में वो ARAI या IDC रेंज होती है जो रीयल लाइफ में आपको कभी मिल ही नहीं पाती है, इसलिए यह आवश्यक है कि आप किसी भी कंपनी का इलेक्ट्रिक ऑटो रिक्शा खरीदते समय उसकी रीयल लाइफ रेंज को जान लें, जो आप यूट्यूब पर आसानी से पता लगा सकते हैं।

इलेक्ट्रिक ऑटो रिक्शा में रेंज से भी बड़ी समस्या है चार्जिंग स्टेशन की, जानिए कैसे !

आपका स्कूटर, ऑटो या बाइक चाहे जितना भी किलोमीटर प्रति लीटर का माइलेज देता हो उसके अंदर पेट्रोल कम होने पर कभी आपको यह महसूस नहीं होता होगा कि अब आगे का सफर कैसे तय होगा। कभी सोचा है भला ऐसा क्यों होता है ! क्योंकि कहीं न कहीं आपको पता होता है की कुछ दूर आगे चलकर कोई पेट्रोल पंप मिल जायेगा और दुबारा से पेट्रोल डलवाकर आगे का सफर बिना किसी चिंता के तय हो जायेगा।

दुखद बात यह है कि यह काम इलेक्ट्रिक ऑटो रिक्शा के साथ नहीं हो पाता है की क्योंकि ड्राइवर के मन में कहीं न कहीं इसकी बैटरी खत्म होने की चिंता बनी रहती है और फिर अकसर ऑटो रिक्शा से रीयल लाइफ रेंज भी अच्छी नहीं मिल पाती है जिससे एक मामूली ऑटो रिक्शा चालक एक बार ऑटो को चार्ज करके दिन भर उसे चला सके, लेकिन थोड़ा विचार करिए क्या यह समस्या केवल रेंज की है और इलेक्ट्रिक ऑटो रिक्शा की रेंज बढ़ा देने मात्र से इसका हल हो जायेगा।

अगर आपका जवाब हां है, तो आप गलत हैं। दरअसल, जिस प्रकार से किसी आईसी इंजन वाले और पेट्रोल वाले वाहन में लोगों को ज्यादा पेट्रोल पंप की उपस्थिति होने के कारण कभी भी समस्या नहीं होती है क्या इसी प्रकार से अगर काफी नजदीक दूरियों पर चार्जिंग स्टेशन मौजूद हों जहां आप अपना इलेक्ट्रिक ऑटो को फास्ट चार्ज कर सकते हैं और इसको चार्ज करने के लिए आपको अपने घर नहीं जाना होगा तो ऑटो की रेंज से जुड़ी समस्या दूर नहीं हो जायेगी।

जाहिर सी बात है, अगर इलेक्ट्रिक ऑटो रिक्शा में रेंज कम भी मिले और चार्जिंग स्टेशन पर यह फास्ट चार्ज हो जाएं तो सभी समस्या दूर हो जायेगी। वहीं दूसरी ओर यदि आप केवल इलेक्ट्रिक ऑटो रिक्शा में ज्यादा रेंज लेंगे तो इससे उसकी कीमत भी बढ़ जाएगी और आज कल यही हो रहा है कि कंपनियां अधिक रेंज दिखाकर लोगों को लुभा रही हैं और उनके पास कोई चार्जिंग इंफ्रा मौजूद ही नहीं है।

1 thought on “ये है भारत में इलेक्ट्रिक ऑटो रिक्शा का काला सच, जिसके बारे में आपको कोई नहीं बताएगा !”

Leave a Comment